एक आदमी
रोटी बेलता है
एक आदमी रोटी खाता है
एक तीसरा आदमी भी है
जो न रोटी बेलता है, न रोटी खाता है
वह सिर्फ़ रोटी से खेलता है
मैं पूछता हूं --
”यह तीसरा आदमी कौन है ?“
मेरे देश की संसद मौन है।
- धूमिल
Friday, 16 April 2010
तीसरा आदमी कौन है
Posted by Randhir Singh Suman at 9:27 pm
Labels: loksangharsha, suman
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